वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
११ जून, २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
साधु चलत रो दीजिये, कीजै अति सनमान ।
कहै कबीर कछु भेंट धरूँ, अपने बित्त अनुमान ।।
~ गुरु कबीर
प्रसंग:
गुरु माने क्या?
गुरु कैसे मदद करता है?
अहंकार से मुक्ति कैसे हो?
संसार को क्या चाहिए?
संगीत: मिलिंद दाते